थायरॉइड गले में पाई जाने वाली तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है। ये सांस की नली की ऊपर होती है। यह मानव शरीर में पाई जाने वाली सबसे बड़ी अतस्रावी ग्रंथियों में से एक होती है। इसी थायरॉइड ग्रंथि में गड़बड़ी आने से ही Thyroid से संबंधित रोग होते हैं। Thyroid ग्लैंड थ्योरिकसिन नाम का हार्मोन बनाती है। ये हार्मोन हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और बॉडी में सेल्स को नियंत्रित करने का काम करता है। थायरॉइड हार्मोन हमारे शरीर की सभी प्रक्रियाओं की गति को नियंत्रित करता है। शरीर की चयापचय क्रिया में भी Thyroid ग्रंथि खास योगदान होता है। इस बीमारी में धनिये का पानी पी सकते हैं। धनिये के पानी को बनाने के लिए शाम को तांबे के बर्तन में पानी लेकर उसमें 1( एक ) से 2 चम्मच धनिये को भिगो दें और सुबह इसे अच्छी तरह से मसल कर छान कर धीरे-धीरे पीने से फायदा होगा।
लक्षण:
घबराहट
अनिद्रा
चिड़चिड़ापन
हाथों का काँपना
अधिक पसीना आना
दिल की धड़कन बढ़ना
बालों का पतला होना एवं झड़ना
मांसपेशियों में कमजोरी एवं दर्द रहना
अत्यधिक भूख लगना
वजन का घटना
महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता
उपाय:
- इन रोगियों को नियमित रूप से 1 गिलास दूध का सेवन करना चाहिए।
-इन रोगियों को अगर फल खाने हैं तो आम, शहतूत, तरबूज़ और खरबूजे का सेवन कर सकते
- खाने में दालचीनी, अदरक का प्रयोग बढ़ा देना चाहिए।
- इन रोगियों को खाना पकाने के लिए नारियल तेल का प्रयोग करना चाहिए।
-इन रोगियों को लघु और सुपाच्य भोजन करना चाहिए, खिचड़ी का प्रयोग कर सकते हैं।
- ऐसे रोगियों को सुबह 10 से 15 मिनट गुनगुनी धूप भी लेनी चाहिए
- उन चीज़ों का परहेज करना चाहिए जिसे पचाने में परेशानी होती हो।
-. बहुत ज़्यादा ठंडे, खुष्क पदार्थो का सेवन नहीं करना है ।
-. बहुत ज़्यादा मिर्च-मसालेदार, तैलीय, खट्टे पदार्थों का प्रयोग नहीं करना है।
-बहुत ज़्यादा शारीरिक परिश्रम नहीं करना चाहिये ।
रोजाना योग करना
वर्कआउट या शारीरिक श्रम
सेब का सेवन
रात में हल्दी का दूध पीना
धूप में बैठना
नारियल तेल से बना खाना खाना
पर्याप्त मात्रा में नींद लेना
ज्यादा फलों एवं सब्जियों को भोजन में शामिल करें
हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन
पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें
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