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चमत्कारी हल्दी का दूध,कैसे करें इसका सेवन

हल्दी दूध सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. ये ही वजह है कि घरेलू नुस्खों के तौर पर हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है. आयुर्वेद में भी हल्दी को सबसे बेहतरीन नेचुरल एंटीबायोटिक माना गया है. अगर आप हल्दी वाला दूध पीते हैं, तो आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ होते हैं. स्किन से लेकर पेट और शरीर के कई रोगों के लिए हल्दी वाला दूध लाभकारी होता है. हल्दी वैसे भी कई औषधीय गुणों से परिपूर्ण है.

बचपन में सर्दियों में नानी-दादी घर के बच्चों को सर्दी के मौसम में रोज हल्दी वाला दूध पीने के लिए देती थी। हल्दी वाला दूध जुकाम में काफी फायदेमंद होता है क्योंकि हल्दी में एंटीआॅक्सीडेंट्स होते हैं जो कीटाणुओं से हमारी रक्षा करते हैं। रात को सोने से एक दो घंटे पहले इसे पीने से तेजी से आराम पहुचता है. हल्दी में एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल प्रॉपर्टीज मौजूद रहती है जो की इन्फेक्शन से लडती है. इसकी एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज सर्दी, खांसी और जुकाम के लक्षणों में आराम पहुंचाती है.

चोट और दर्द के साथ ही सर्दी खांसी में बेहद लाभकारी होता है हल्दी और दूध.

2- हल्दी और दूध पीने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.

3- हल्दी और दूध पीने से हड्डियों में होने वाला दर्द दूर होता है.

4-हल्दी और दूध पेट की समस्याओं से निजात दिलाता है.

5- हल्दी दूध पीने से शरीर के सारे विषैले टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं और पाचन क्रिया भी ठीक रहती है.

6- रोजाना हल्दी वाला दूध पीने से चेहरे पर निखार आता है.

7-हल्दी में एंटीसेप्टिक व एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो खुजली और मुंहासे में फायदेमंद होते हैं.

8- यहां तक कहा जाता है कि हल्दी वाला दूध पीने से अर्थराइटिस की बीमारी नहीं होती है.

9- हल्दी और दूध पीने से तनाव दूर होता है और अनिद्रा की समस्या भी दूर होती है.

10- गर्म हल्दी और दूध पीने से दमा, ब्रोंकाइटिस, फेफड़ों में कफ और साइनस जैसी समस्याओं में राहत मिलती है.

हल्दी में अमिनो एसिड अनिद्रा को दूर करता है.।

हल्दी का दूध पीरियड्स के दर्द को कम करता है।

हल्दी दूध कैंसर मरीज़ को भी पिलाया जाता है।

हल्दी दूध एक एंटी-माइक्रोबायल है, जो बैक्टीरियल इंफेक्शन और वायरल इंफेक्शन के साथ लड़ता है. ये दूध सांस संबंधी समस्याओं से निपटने में मदद करता है, क्योंकि इसे पीने से शरीर का तापमान बढ़ता है जिसकी वजह से लंग कंजेशन और साइनस में आराम पहुंचता है. ये अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याओं में भी राहत पहुंचाता है

एक कप दूध लें और इसे उबाल लें.  एक चुटकी हल्दी(एक capsule जितनी) और स्वाद के लिए थोड़ी चीनी / गुड़ मिलाएं.सुबह भी ले सकतें हैं, श्याम को भी ले सकते हैं।

गुम चोट ठीक करें

अंडे का पीला पार्ट और हल्दी का पेस्ट बना कर गुम चोट पर लगाने से गुम चोट ठीक हो जाती है।पहले हल्का तेल लगाएं फिर पेस्ट लगाएं फिर रुई लगाये फिर पट्टी करदे।

यदि व्यक्ति किडनी रोगी है यानि व्यक्ति को किडनी से जुड़ी कोई भी समस्या है तो ऐसे में हल्दी का दूध सेहत को नुकसान पहुंचा जा सकता है. खासतौर पर पथरी की समस्या होने पर, दरअसल हल्दी में ऑक्सालेट होता है, जो किडनी स्टोन की समस्या को ट्रिगर कर सकता है. ऐसे में किडनी की समस्या के दौरान इस ड्रिंक का सेवन न करें.


सर्दियों में स्वस्थ रहने के उपाय

 


सर्दी के मौसम में सर्दी के असर से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करते हैं , लेकिन शरीर को चाहे कितने ही गर्म कपड़ों से ढक लिया जाए ठंड से लड़ने के लिए बॉडी में अंदरूनी गर्मी होनी चाहिए । शरीर में यदि अंदर से खुद को मौसम के हिसाब से ढालने की क्षमता हो तो ठंड कम लगेगी और कई बिमारियां भी नहीं होंगी । 

यही कारण है कि ठंड में खान पान पर विशेष रूप से ध्यान देने को आयुर्वेद में बहुत महत्त्व दिया गया है ।

 सर्दियों में यदि खानपान पर विशेष ध्यान दिया जाए तो शरीर संतुलित रहता है और सर्दी कम लगती है । 

आज हम आपको कुछ ऐसी ही आहारों के बारे में बाताने जा रहे हैं जिनका उपयोग सर्दी से आपको राहत जरूर देगा ।👇

सर्दियों में जरूर खाएं ये चीजें , इनसे मिलती है शरीर को शक्ति और गर्मी

 1 - हल्दी : हल्दी के गुणों के बारे में कौन नहीं जानता है । इसमें ऐसे गुण हैं जो छोटे - छोटे से लेकर बड़ी बिमारियों को भी ठीक कर सकता है । अगर आप भी सर्दियों से बचना चाहते है तो एक गिलास गर्म दूध में थोड़ी हल्दी डालकर रोज पीएं । इससे आपको अपनी ठंड भगाने और इससे आराम भी मिलेगा ।

2 - शकरकंदी : यह एक तरह का फल है जिसमें विटामिन - ए , विटामिन बी , आयरन और कैल्शियम पाया जाता है । सर्दी के मौसम में शकरकंदी खाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा ।

3 - आंवला : सर्दी के मौसम में अपने खाने में आंवले को शामिल करें । सीधे नहीं खा सकते हैं तो या तो । मुरब्बे के तौर पर या फिर किसी और तरह से हर दिन के खान - पान में इसे इस्तेमाल करें । यदि आप डाइट चार्ट का पालन कर रहे हैं तो फिर आंवला मुरब्बा लेने की बजाय किसी और रूप में लें ।

 4 - हरी मिर्च : कड़कड़ाती ठंड से छुटकारना पाना है तो मिर्ची असरकारक साबित हो सकती हैं , मिर्ची खाने से शरीर का तापमान बढ़ता है ।

 विटामिन सी , ई और फाइबर होने के साथसाथ इसमें एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है । इसे खाने से कैंसर जैसे रोगों से बचाव होता है इसे खाने से हमारे शरीर में गर्मी उत्पन्न होती है । इसका तीखापन हमारे शरीर का तापमान बढ़ाने का काम करता है । जिससे हमारा शरीर अंदर से गर्म रहता है । इसी कारण सर्दियों में यह ठंड से बचाती है । इसलिए मिर्च का सेवन जरूर करें।

5 - अदरक : क्या आप जानते हैं कि रोजाना के खाने में अदरक शामिल कर बहुत सी छोटी - बड़ी बिमारियों से बचा जा सकता है । सर्दियों में इसका किसी भी तरह से सेवन करने पर बहुत लाभ मिलता है । इससे शरीर को गर्मी मिलती है और डाइजेशन भी सही रहता है।

6 - देसी घी :सर्दियों में देशी घी का उपयोग किया जाना चाहिए । यदि आप किसी डाइट चार्ट को फालो नहीं कर रहे हैं तो घी इस मौसम में अच्छा रोग प्रतिरोधक माना जाता है । यदि आप शक्कर और घी से परहेज करते हैं तो मौसमी फलों का सेवन करें ।

7 - मेवे का सेवन : तिल्ल और गुड़ के लड्डू सर्दी से बचाव के लिए बेहतरीन उपाय माना जाता है । ठण्ड के मौसम में सूखे मेवे , बादाम आदि का सेवन भी लाभदायक होता है । या तो इन्हें भिगोकर खाएं या दूध में मिलाकर या फिर सूखे मेवों का दरदरा पॉउडर - सा बना लें और इसे दूध में मिलाकर प्रोटीन शेक सा बना लें ।

घरेलू इलाजों में उपयोगी-हल्दी

हल्दी का प्रयोग बहुत प्राचीन काल से होता आया है| रसोईघर में ही नहीं सामाजिक कार्यों,रीती रिवाजों,मांगलिक अनुष्ठानो तथा औषधियों में भी हल्दी का प्रयोग होता रहा है |
हल्दी इन बिमारियों कि रोकथाम में सहायक है-पेचिश,मन्दाग्नि,क्रमि,सूजन सभी प्रकार के मेह-रोग,शुक्र्दोष तथा चर्मरोग आदि |इसके इलावा  कफ तथा पित्त्जनित सभी रोगों में हल्दी उपयोगी है |
  • खाद सामग्रियों में हल्दी का इस्तेमाल केवल रंग के लिए नहीं,शारीरिक आवश्यकताओं कि पूर्ती के लिए भी होता है |
  • चरम रोगों से बचने का यह एक कारगर उपाय है |इससे देह कि कान्ति भी बदती है |हल्दी पर आधारित कई प्रसाधन सामग्रियों का उपयोग होने लगा है |
  • प्रमेह में १ चम्मच कच्ची हल्दी का रस शहद या चीनी मिलकर सेवन करना चाहिए |
  • हल्दी क्रमिनाश्क भी है |
  • हकलाहट में कच्ची हल्दी का चूर्ण २ या ३ एक छोटा चम्मच घी में थोडा तल  लें और इसे २ या ३ बार थोडा थोडा चटायें |
  • खसरा बुखार में-कच्ची हल्दी का चूर्ण,करेला कि पत्ती का रस और शहद मिलाकर  सेवन कराने से खसरे का बुखार उतर जाता है |
  • एलेर्जी में-कुछ विशेष खाद पदार्थों से बहुतों को एलर्जी हो जाती है,जिससे शरीर में कहीं कहीं  चकत्ते  निकल जाते हैं|खुजली होती है या त्वचा का रंग लाल हो उठता है |ऐसा होने पर कच्ची हल्दी का चूर्ण २ मात्रा,नीम कि पट्टी का चूर्ण १ मात्रा,सूखे आंवले का चूर्ण ३ मात्रा एक साथ मिलकर रोजाना सुबह खाली पेट १ ग्राम कई दिनों तक लेना चाहिए |
  • दमा में-हल्दी का चूर्ण,गुड और शुद्ध कड़वा तेल का एक साथ मिलकर चाटने से आराम मिलता है |आँख आने पर कुटी हल्दी के पानी से आँखे धोने और इसी पानी में डूबे कपड़े से आँखे पोंछने से आँख कि लाली दूर होती है और आँखे जल्दी ठीक भी हो जाती है |
  • मोच में-मोच में वहाँ चुना,हल्दी और नमक का मिश्रण गर्म कर प्रलेप लगाने से दर्द और सूजन दोनों में लाभ होता है |
  • फोड़े में-हल्दी ज्लाकर्मुसकी राख पानी में घोलकर फोड़े पर लगाने से फोड़ा जल्दी पक जाता है और फूट जाता है |बाद में हल्दी का चूर्ण लगाने से जल्दी सूख जाता है|
  • गला बैठने पर-यदि किसी सामन्य  कारण से गला रुंध गया हो तों २ ग्राम हल्दी के चूर्ण में चीनी मिलकर शर्बत बना लें और इसे थोडा गर्म करके पी लें |इससे स्वर ठीक हो जाता है |