सोयाबीन..पोषक प्रोटीन


दाल कि एक ऐसी किस्म,जो प्रोटीन से भरपूर है,सोयाबीन|अधिक मात्रा में प्रोटीन होने के कारण इसका पोषक मान बहुत अधिक होता है |प्रोटीन के साथ साथ इसमें विटामिन और खनिज तथा विटामिन'बी'और इ 'काफी अधिक मात्रा में होता है |जो शरीर निर्माण के लिए आवश्यक एमिनो  एसिड प्रदान करते हैं |हकीकत तों यह है कि सोयाबीन में दूध,अंडा तथा मांस से भी अधिक प्रोटीन होता है |अपने इन गुणों के अनुरूप सोयाबीन में अनेक औषधिय गुण भी होते हैं |सोयाबीन में लाभदायक रसायन तथा सैपोनिन,साईंटोसटेरोल तथा फेनोलिक एसिड जैसे कैंसर विरोधी,ह्रदयाघात विरोधी तथा स्वास्थ्यवर्धक तत्व होते है |इसमें स्तन कैंसर रोकने तथा अन्य स्वास्थ्य लाभ करवाने वाले गुण होते हैं |सोयाबीन के बीजों को अंकुरित कर खाने से त्वचा का रंग साफ़ होता है,शारीरिक वृद्धि तेजी से होती है,कब्ज दूर होता है और दूसरी बीमारियाँ दूर भागती हैं |

सोयाबीन का दूध कई बीमारियों में लाभदायक है |इसका  दूध बनाने के लिए,सोयाबीन को कम से कम १२ घंटे भिगो कर,फिर उसका छिलका उतार कर,अच्छी तरह महीन पिस कर पेस्ट बना कर ,३ गुना पानी मिला कर,मंदी आंच पर गर्म करें |उसके बाद महीन कपड़े में छान लेने से दूध तैयार हो जाता है |यह दूध गाय के दूध कि तुलना में किसी भी प्रकार से कम नही है |बच्चों के लिए अत्यंत पौष्टिक है |आँतों को स्वास्थ्य रखने के लिए  यह दूध अत्यंत उपयोगी हसी |इसकी धि भी स्वास्थ्यवर्धक है |इसके सेवन से रक्त वाहिनियों में कोलेस्ट्रोल का जमाव नही होता और शरीर कि कोशिकायों के समस्त कार्यकलापों को यह ठीक रखता है |मधुमेह,त्वचा रोग,ह्रदय रोग,कैंसर में यह लाभकारी है |

त्वचा रोग :
सोयाबीन के बीजों को अंकुरित कर खाने एग्जिमा और अन्य त्वचा रोग ठीक होते हैं| 
मधुमेह:
सोयाबीन का दूध पिने से या अंकुरित खाने से मधुमेह के रोगियों को लाभ होता है|क्यूंकि इसमें स्टार्च नहीं के बराबर होता है ,इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स शरीर में बिना शर्करा पैदा किये गर्मी,और उर्जा पैदा करता है |
कैंसर :
हर प्रकार के कैंसर में सोयाबीन का किसी भी रूप में  उपयोग लाभकारी है |स्तन कैंसर,मुख,आँतों के कैंसर में यह विशेष लाभकारी है |
रक्ताल्पता :
सोयाबीन में लोहा भी बहुत अधिक मात्रा में होता है |इसलिए रक्त कि कमी को पूरा करने में यह अधिक लाभकारी है |जिन रोगियों कि पाचन शक्ति कमजोर है,उन्हें सोयाबीन के दूध का उपयोग करना चाहिए,खाने के रूप में नहीं |
 ह्रदय रोग :
क्यूंकि सोयाबीन में कोलेस्ट्रोल नहीं होता,इसलिए ह्रदय रोगियों के लिए सोयाबीन लाभकारी है |दिल को ताकत देता है |
अन्य उपयोग:
आटा,हरी फलियाँ,अंकुरित दालें,और तेल के रूप में भी सोयाबीन का इस्तेमाल किया जाता है |सोयाबीन को भुनकर और छिलका उतार कर पिस कर आटा तैयार किया जाता है,जो बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक होता है |