लौंग एक अद्भुत मसाला है जो कि कई रोगों की दवा बन चुकी है। कई लोग सोचते हैं कि लौंग केवल उन्ही लोगों को खाना चाहिये जिनके मुंह से बदबू आती है, पर ऐसा नही है। त्वचा रोग, दांता का रोग, सांस की समस्या, पेट के कीडे़ मारने हो या फिर शरीर से सम्बंधित कोई भी बीमारी हो, वह लौंग के प्रयोग से दूर हो जाती है। लौंग को पीसकर, या साबुत खाद्य पदार्थ में डालने से, वह सुगंधमय हो जाता है। लौंग ना केवल खाने में ही बल्कि दाँत का मंजन, साबुन, इत्र एवं दवा के रूप में लौंग के तेल का उपयोग होता है। गर्दन में दर्द या फिर गले की सूजन होने पर लौंग को सरसों के तेल के साथ मालिश करने पर दर्द समाप्त होता है। तो दोस्तों अब दिन में दो-तीन लौंग खाना बिल्कुल भी ना भूलियेगा क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिये बहुत ही अच्छी होती है।
लौंग के कुछ असरदार फायदे |
पेट की खराबी दूर करे
अगर उल्टी महसूस हो रही हो तो लौंग भून कर उसका पाउडर तैयार करें और उसके साथ शहद मिला कर चाटें। इसकी संवेदनाहारी क्रिया से पेट दर्द और उल्टी बंद हो जाती है। पेट में गैस होने पर एक कप उबलते हुए पानी में 2 लौंग को पीसकर डालें. उसके बाद पानी ठंडा होने के बाद पी लीजिए, पेट की गैस समाप्त हो जाएगी।
कटने-छिलने पर काम आए
यह एक एंटीसेप्टिक है जिसका पेस्ट बना कर त्वचा के कटे छिले स्थान पर लगाने से वह ठीक हो जाता है। यह त्वचा पर जमे बैक्टीरिया का नाश करती है।
अर्थराइटिस दर्द दूर करे
यदि आप अर्थराइटिस के रोगी हैं तो आप लौंग खाइये और उसका पेस्ट बना कर अपने जोडो़ में लगाइये। यह औषधी बडी़ ही पुरानी है जो सदियों से चली आ रही है। इसका पेस्ट लगाते ही दर्द गायब हो जाएगा।
प्यार बढाए
रिसर्च के अनुसार लौंग में इतनी ताकत होती है कि वह आपके अंदर के प्यार को बढा दे, इसलिये इसे कामोत्तेजक आहार भी कहा जाता है।
फ्री रैडिकल्स भगाए
फ्री रैडिकल्स की वजह से त्वचा पर जल्द बुढापा दिखाई पड़ने लगता है। लेकिन आप लौंग खा कर बुढापे से जंग लड़ सकते हैं। इस मसाले में एंथोकाइनिन एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो कि फ्री रैडिकल्स से लड़ने में प्रभावशाली होता है।
दांत दर्द भगाए
अगर दातों में बहुत दर्द हो रहा हो, तो पांच लौंग पीस कर उसमें नीबू का रस निचोड़ कर दांतों पर मलने से दर्द दूर हो जाता है। सिर्फ यही नहीं पांच लौंग एक गिलास पानी में उबाल कर इससे नित्य तीन बार कुल्ले करने से दर्द ठीक हो जाता है। सडे़ हुए दांत पर लौंग का तेल लगाना चाहिए क्योंकि इसमें एन्टिसेप्टिक गुण पाए जाते हैं।
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