पोष्टिक खाएं स्ट्रेस भगाएं...

आंवला:

आयुर्वेद में आंवला सब से ज्यादा इस्तेमाल होने वाला फल है|इस में विटामिन सी होता है|जो शरीर को लचीला बनाता है,तनाव का एक लक्षण यह भी है कि शरीर में खून कि नलियाँ संकुचित हो जाती है,जिस से परेशानियां बढ़ जाती हैं|तनाव से बचने के लिए प्रतिदिन २ आंवलों का सेवन करना चाहिए,आंवला ऐसा फल है जिस के गुणकारी तत्व सूखने पर भी नष्ट नहीं होते,इस का फायदा उठाकर इसे सुखा कर ऑफ सीजन के लिए संरक्षित कर लें| इस के इलावा अमरुद में भी विटामिन सी  प्रचुर मात्रा में पाया जाता है|


कैमोमाइल :

माना जाता है कि १८०० इस्वी में इस का इस्तेमाल हिस्टीरिया के उपचार में किया जाता था,अब इसका इस्तेमाल उतेजना पर नियंत्रण रखने के लिए किया जाने लगा  है |रिसर्च के मुताबिक इस में पाचनतंत्र सुधरने और नर्वस सिस्टम से जुडी परेशानियों के निवारण का गुण भी मौजूद है,जब भी तनाव हो दूध कि चाय के बदले कैमोमाइल चाय लें|



ओटमील(जई का दलिया)

ओट में सोल्युब्ल फाइबर काफी मात्रा में पाया जाता है,जो कोलेस्ट्रोल कम कर के ह्रदय संबंधी रोगों कि  
संभावनाओ को क्षीण कर  देता है|इसमें फाईटोकेमिकल भी मौजूद होता हैं,जो पाचनतंत्र को सुचारू रूप से चलने में मदद करते हैं और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखते हैं|तनाव से इन दोनों पर गहरा असर पड़ता है और इन पर नियंत्न रखने से तनाव पर भी नियंत्रण रहता है|एक दिन में ३ बड़े चम्मच ओट खाएं इसे दही,दाल ,सलाद में मिला कर लिया जा सकता है|ब्रेकफास्ट में ओटमील लेना अच्छा विकल्प है|या फिर एक वक्त कि रोटी में सफेद आते कि जगह ओट के आटे का इस्तेमाल करें|


सेब:

सेब में फास्फोरस और आयरन प्रचुर मात्र में पाया जाता है|जिस से ओक्सिदेटीव् स्ट्रेस यानी तनाव कम होता है |इस के साथ शरीर कि कोशिकायों का भी निर्माण होता है,जो सामान्य  तौर पर तनाव के वक्त घटती ही जाती है.तनाव हमारे चेहरे पर स्पष्ट नज़र आता है,ऐसे में सेब कि मदद से चेहरे और त्वचा कि कोशिकायों का निर्माण किया जा सकता है|जिस से तनाव का मारा भावहीन चेहरा नज़र न आ सके| प्रतिदिन एक सेब जरूर खाएं,इस से हमारे शरीर में फाइबर भी पहुंचता है|

केला:

केला पौटाशियम और कार्बोहाईडरेट्स का बेहतरीन स्त्रोत है,इसमें मौजूद तत्व हमारे दिमाग को शांत करता है|शरीर में  पौटाशियम कि कमी से सांस लेने में तकलीफ,थकान और बलड शुगर का स्तर कम हो जाता है यह सभी तकलीफे तनाव होने पर होती है|केले में मौजूद पौटाशियम प्रचुर मात्रा में होने कि वजह से यह तनाव के वक्त होने वाली परेशानियों को एकदम कम कर देता है|जिस से हम तनाव से ज्यादा प्रभावित नहीं होते|

No comments:

Post a Comment