साँसों की दुर्गन्ध व्यक्तित्व पर असर डालती है|लोग आपसे बात करने से कतराते हैं | साँसों में दुर्गन्ध आना यह सामाजिक स्तर पर एक समस्या है |क्यूंकि इस परेशानी का आभास खुद मरीज को भी नही होता |इस परेशानी से ग्रसित लोग हीनभावना का शिकार हो जाते हैं|
यह समस्या किसी भी उम्र और महिला,पुरुष,बच्चों व बजुर्गों को हो सकती है|
साँसों में दुर्गन्ध के कारण इस प्रकार हैं|
- मुंह की सफाई ठीक से न करना|दांतों में खाना फंसे रहने और जीभ की सफाई न करने से यह जीवाणु अपनी प्रक्रिया शुरू क्र देते हैं|इनकी यह प्रक्रिया बदबूदार गैस उत्पन्न करती है और मुंह से दुर्गन्ध आने लगती है|
- धूम्रपान करना|
- प्याज,लहसुन,मांस,मछली,मदिरा आदि का सेवन करना
- मुंह में लार का सही मात्र में न बनना|
- इसके कई कारण हो सकते है जैसे ज्यादा समय तक पानी और ताज़े फलों व रस का सेवन न करना|
- कब्ज की शिकायत|
- दांतों में खाना फंसना|
साँसों को ताज़ा रखने के उपाय:
- दिन में दो बार ब्रश अवश्य करें|पूरे मुंह की सफाई अच्छे तरीके से करें|जीभ को जीभी की मदद से साफ़ करना चाहिए|
- खाना खाने के बाद कुल्ला करना और दांतों को साफ़ करना न भूलें|
- बेकिंग सोडा पानी में मिलकर कुल्ला करें,फायदेमंद रहेगा|
- माँउथ वाश का इस्तेमाल क्र सकते हैं|जिसमे यकेलिप्तोल और थाईमोल हों|
- एक चम्मच मेथी एक गिलास पानी में उबालें|और फिर पानी छानकर ठंडा करें|ऐसा रोजाना करने से काफी लाभ मिलेगा|
- एक निम्बू के रस में शहद मिलाएं और इसे दिन में दो बार लें|
- रोजाना पन्द्रह मिनट प्राणायाम करें|
- कम पका हुआ कच्चा अमरुद,सेब,गाजर,पत्तगोभी आदि खाने से न केवल मुंह और जबड़ों की मांसपेशियों का व्यायाम होता है बल्कि दांतों की सफाई भी होती है|
- ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों का सेवन करें|खासतोर पर जिनमे विटामिन सी और विटामिन इ पर्याप्त मात्र में हो|
- संतुलित आहार लें और कब्ज होने पर जल्द उपचार लें|
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