गुणों कि खान है अजवायन...

घरेलू औषधि के रूप में अजवायन का उपयोग भारत में प्राचीन काल से होता रहा है |इंदौर तथा दक्षिण हैदराबाद में इसकि भारी मात्रा में पैदावार होती है |गुजरात में भी इसका उत्पादन होता है |

अजवायन के फायदे:


  1. अजवायन पाचन में सहायक होती है |
  2. यह अपच,दस्त,पेचिश और जुकाम को मिटाती है |
  3. हैजे में अजवायन फायदा करती है |
  4. अजवायन कि फांकी लेने से जुकाम और खांसी दूर होती है |
  5. अजवायन खिलाने से शीत-ज्वर कि ठण्ड का जोर कम होता है |पसीना छूटता है,ज्वर उतरता है |
  6. अजवायन खिलाने से प्रसूता कि भूख खुलती है,आहार पचता है और कमर का दर्द दूर होता है |अजवायन और तिल पीसकर उसकी फंकी लेने से बहुमूत्र रोग दूर होता है |
  7. अजवायन को चिलम में तम्बाकू कि तरह भरकर उसका धूम्रपान करने से श्वास कि तकलीफ दूर होती है |

आयुर्वेद के अनुसार अजवायन में अनेक गुण समाये हैं |कुछ ऐसे ही घरेलू नुस्खे इस प्रकार  हैं |

घरेलू नुस्खे :
  • १/२ ग्राम अजवायन चूर्ण  स्वादानुसार काला नमक मिलाकर रात्रि के समय रोजाना गर्म पानी से बच्चों को देने से पेट के कीड़े नष्ट होते है |
  • चार भाग अजवायन के चूर्ण में एक भाग काला नमक मिलाएं |इसे दो ग्राम मात्रा  सोने से पहले गर्म पानी के साथ लेने से लाभ होगा |
  • पेट में गैस बन्ने कि अवस्था में खाना खाने के बाद १२५ ग्राम दही के मटठे में २ ग्राम अजवायन और १/२ ग्राम काला नमक मिलाकर खाने से गैस कि परेशानी दूर होती है |एक से दो सप्ताह तक आवशयकतानुसार दिन के भोजन के बाद लें |हिचकी,डकार,बदहजमी और जी मचलाने कि स्थिति में भी औषधि का काम करती है |
  • बरसात के मौसम में पाचन क्रिया के शिथिल पड़ने पर आज्वायं का सेवन काफी लाभदायक होता है  |इससे अपच को दूर किया जा सकता है|
  • मसूड़ों में सूजन होने पर अजवायन के तेल कि कुछ बूंदे पानी में मिलाकर कुल्ला करने से सूजन कम होती है |
  • सरसों के तेल में अजवायन डालकर अच्छी तरह गर्म करें |इससे जोड्रो कि मालिश करने पर दर्द में आराम होता है |
  • खीरे के रस में अजवायन पीसकर चेहरे कि झाइयों  पर लगाने से लाभ होता है |
  • चोट लगने पर नीले-लाल दाग पड़ने पर अजवायन और हल्दी कि पुलटिस चोट पर बाँधने से दर्द व सूजन कम होती है |
  • मुख में दुर्गन्ध आने से थोड़ी सी अजवायन को पानी में उबालकर रख लें,फिर इस पानी से दिन में दो तीन बार कुल्ला करने पर दो तीन दिन में दुर्गन्ध खतम हो जाती है |
  • अजवायन में काली मिर्च और सेंध नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ सेवन करने से पेट दर्द,मन्दाग्नि और उदरशूल में फायदा होता है |
  • अजवायन को गर्म पानी के साथ पीसकर उसका गाढ़ा लेप बना लें |यह दाद-खाज-खुजली.घाव आदि में फायदेमंद होता है |
  • फेफड़ों सम्बन्धी रोगों में अजवायन का सेवन कफ दूर करेगा,फेफड़े मजबूत होंगे और सीने कि दर्द में लाभ होगा |
  • अजवायन का महीन चूर्ण बनाकर सूंघने से जुकाम और सिरदर्द में आराम मिलेगा |
  • अजवायन का चूर्ण दही  में  मिलाकर रात को मुहांसों पर लगाएं और गुनगुने पानी से धो लें |आराम मिलेगा |
  • जिन लोगों को भूख न लगती हो,वो अजवायन का सेवन करें |ये बूख बदाने के साथ साथ आसानी से पचाने में भी मदद करेगी |

 

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